बवासीर की रोकथाम के आसान उपाए


बवासीर में गुदा की नसों में सूजन हो जाती है जिससे रक्तस्राव, खुजली या दर्द हो सकता है। आइए जानें कुछ सरल तरीकों को जिनसे आप बवासीर को होने से रोक सकते हैं1. स्वस्थ आहार लें दर्द को दूर करने और बवासीर को ठीक करने के लिए अपने आहार में फाइबर बढाएँ। ऐसा भोजन खाएं जो आसानी से पच सके। दिनभर में ढेर सारे फल, सलाद और सब्जियां खाएं। हरी पत्तेदार सब्जियां, हरी बीन्स, सेब, गाजर और मली खाने से मल नरम होता है और बवासीर में फायदा होता है। 2. कब्ज से बचें कब्ज़ होने से बवासीर की समस्या ब? जाती है इसलिए यह आवश्यक है कि आप कब्ज न होने दें. यदि आवश्यक हो तो त्रिफला या केस्टर आयल जैसे प्राकृतिक द्रव्यों का उपयोग भी किया जा सकता है। उचित मात्रा में पानी पिएं एवं ?स्ट ड का सेवन न करें। 3. एक स्वस्थ जीवन-शैली अपनायें बवासीर फूली हुई नसें हैं जो गर्भावस्था, तनाव, खराब जीवन शैली और मोटापे के कारण अत्यधिक दबाव के कारण सूज जाती हैं। रोजाना व्यायाम करें।


व्यायाम आपके दिल और संवहनी प्रणाली को स्वस्थ रखता है। अपने वजन को नियंत्रण में रखें। अपनी दिनचर्या में बैडमिंटन, स्विमिंग, टेनिस इत्यादि किसी भी शारीरिक खेल-कूद को सम्मिलित 4. अजार का प्रतिदिन सवन कर दो अंजीर लें और उन्हें रात में पानी में भिगो दें और अगले दिन सुबह खाली पेट दोनों अंजीर खूब चबा चबा कर खाएं। इससे भरपूर फाइबर मिलता है और यह हीमोग्लोबिन ब?ने में भी सहायक होता है। 5. टॉयलेट में कम समय बिताएँ टॉयलेट में ज्यादा देर न बिताएँ और न ही ज्यादा जोर लगाकर मलत्याग करें। ज्यादा जोर लगाने से मलद्वार की नसों पर जोर प?ता है और बवासीर कि समस्या ब? जातीहै। 6. ज्यादा तनाव न लेंमानसिक तनाव कि स्थिति में भी बवासीर के लक्षण उभर जाते हैइसलिए ये आवश्यक है कि किसी भी प्रकार के मानसिक तनाव से दूर रहा जाए। अगर आवश्यक हो तो प्राणायाम का अभ्यास भी आधाधया किया जा सकता है। 7. आयुर्वेदिक चिकित्सा अगर ऊपर बताये गए उपायों से भी आराम न आये तो आयर्वेदिक दवाओं के द्वारा इनकी चिकित्सा की जा सकती है। आयुर्वेद में बवासीर की चिकित्सा के लिए अनेक औषधियाँ उपलभ्ध है। बवासीर से ग्रस्त अधिकतर लोगों में दवाइओ द्वारा ही इलाज संभव है। यदि किसी व्यक्ति को अत्यधिक दर्द या मस्सों की शिकायत है तो उनके लिए क्षार-सूत्र चिकित्सा लाभदायक है जिससे मस्सों को ?त्म किया जा सकता हैयदि आप बवासीर से ग्रस्त हैं तो आज ही आयुर्वेदिक चिकित्सक से मिलें।